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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे है और इन चुनावों से पहले भाजपा की और से उम्मीदवारों की 2 लिस्टे जारी कर दी गई है। इन लिस्टों में कई वसुंधरा समर्थकों को जगह नहीं मिली है और इसका विरोध भी जारी है। इसके साथ ही अब बचे हुए उम्मीदवारों को तीसरी लिस्ट का इंतजार है। अगर इस लिस्ट में भी राजे समर्थको को टिकट नहीं मिलता है तो यह तो तय है की समर्थकों में नाराजगी और बढ़ेगी।
इधर समर्थकों की नाराजगी के बाद भी वसुंधरा राजे एकदम चुप है। राजस्थान में वसुंधरा राजे की नाराजगी ने पार्टी की चिंता भी बढ़ा रखी है। पहली सूची में वसुंधरा राजे के कई कट्टर समर्थकों के टिकट काट दिए थे। जबकि दूसरी सूची में राजे समर्थकों को एडजस्ट किया गया है। अब तीसरी सूची का इंतजार है।
सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे खुलकर पार्टी के लिए काम करने से परहेज भी कर रही है। बता दें की राजधानी जयपुर में वसुंधरा राजे समर्थक राजपाल सिंह शेखावत और अशोक लाहोटी के समर्थक विरोध कर रहे हैं। दोनों ही नेता वसुंधरा राजे कैंप के माने जाते है। वहीं राजे के कट्टर समर्थक माने जाने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्व मंत्री युनूस खान पर सभी की निगाहें है।
pc- BBC