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जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में पार्वती-कालीसिंध-चम्बल अन्तर्राज्यीय नदी लिंक परियोजना के क्रियान्वयन के लिए संयुक्त पहल आयोजन को सम्बोधित करते हुए बड़ी बात की है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कार्यक्रम में कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चम्बल लिंक परियोजना (संशोधित ईआरसीपी) से राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के विकास के लिए स्वर्णिंम युग का उदय होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान के 21 जिलों के साथ ही मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों को भी पेयजल और सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
यह परियोजना किसानों की समृद्धि एवं प्रदेश की उन्नति की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने डेढ़ महीने के भीतर ही ईआरसीपी को संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना में शामिल करते हुए केन्द्र सरकार एवं मध्य प्रदेश के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
परियोजना जल्द ही लेगी मूर्त रूप
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने इस दौरान भोपाल में कहा कि इस परियोजना को धरातल पर लागू करने की दिशा में दोनों प्रदेशों की सरकार प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। यह परियोजना जल्द ही मूर्त रूप लेगी, जिससे बारिश के पानी का सदुपयोग हो सकेगा और पेयजल व सिंचाई के लिए भरपूर पानी उपलब्ध होगा।
कृष्ण पथ गमन योजना को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने कही ये बात
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की कृष्ण पथ गमन योजना में राजस्थान के स्थलों को भी सम्मिलित किया जा सकता है। साथ ही, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान के श्री खाटू श्याम जी और उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मन्दिर सहित देवदर्शन के स्थानों को सम्मिलित करते हुए पर्यटन सर्किट विकसित किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों प्रदेशों के सीमावर्ती वन्यजीव क्षेत्रों के संरक्षण की दिशा में साझा प्रयास किए जाएंगे।
PC: dipr.rajasthan
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