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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के कोटपूतली के किरतपुरा गांव में बोरवेल में 3 साल की चेतना को गिरे हुए तीन दिन पूरे होने वाले हैं, लेेकिन अभी तक प्रशासन को उसे निकालने में सफलता नहीं मिली है। उसे निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम को अभी तक अपने प्लानों में सफलता नहीं मिली है। खबरों के अनुसार, 3 साल की चेतना को बोरवेल से निकालने के लिए टीम की ओर से पाइलिंग मशीन से बोरवेल के पास ही होल कर उसमें लोहे के बड़े पाइप डाले गए हैं। इसी के तहत आज सुबह तक करीब 140 फिट तक खुदाई पाइलिंग मशीन से हो चुकी है। कैमरे में चेतना की हरकतें नजर नहीं आ रही है। बोरवेल में पाइप से चेतना को ऑक्सीजन दी जा रही है।
दूसरी ओर अपनी बेटी के वियोग में बच्ची की मां की तबीयत बिगड़ गई है। सोमवार से उसने कुछ नहीं खाया-पीया है। बुधवार को डॉक्टरों ने मां को ओआरएस का घोल पिलाया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम को अपने अभियान में जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है। लोगों द्वारा चेतना की बोरवेल से सुरक्षित निकलने की दुआ की जा रही है।
इससे पहले नौ दिसंबर को दौसा में बोरवेल में गिरा था बच्चा
आपको बता दें कि राजस्थान में इस महीने बोरवेल में दो बच्चे गिर चुके हैं। इससे पहले दौसा के कालीखाड़ गांव में 9 दिसंबर को एक बच्चा गिरा था। यहां पर आर्यन नाम का बच्चा अपनी मां के सामने बोरवेल में गिरा था। आर्यन को करीब 57 घंटे बाद देसी जुगाड़ के माध्यम से बोरवेल से बाहर निकाला गया था। हालांकि बाद में उसे मृत घोषित किया गया था।
PC: jagran
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