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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनाव भले ही 6 महीने दूर हो लेकिन कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ और लड़ाई अभी से ही शुरू हो गई है। सचिन पायलट के तो हालात यह है की वो तो चुनावों से पहले ही सीएम बनना चाहते है और गहलोत है की चुनावों के बाद भी कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते है।
ऐसे में इन दोनों के झगड़ों के बीच में विपक्ष भी इन पर निशाना साधने से नहीं चूक रहा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ‘वन टू वन संवाद कार्यक्रम’ पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह चरम पर है और पार्टी सिर्फ अपनी साख बचाने का नाटक कर रही है।
राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में आगे बोलते हुए कहा की अशोक गहलोत और सचिन पायलट का ये अंतर्द्वंद उसके खात्मे का कारण बनेगा। पिछले सप्ताह सचिन पायलट के एक दिन के अनशन का जिक्र करते हुए राठौड़ ने संवाददाताओं से कहा, पायलट ने अनशन करके चेता दिया कि अब सब्र का बांध टूट गया है।