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जयपुर। राजस्थान की भजनलाल सरकार ने मा योजना में पैकेज और बजट दोनों बढ़ाया है। इस बात की जानकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने विधान सभा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की (मांग संख्या-27) एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की (मांग संख्या-28) की अनुदान मांगों पर हुई बहस का जवाब देने के दौरान दी है।
गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय चिरंजीवी योजना में 25 लाख तक का उपचार उपलब्ध करवाने का खूब प्रचार किया गया, लेकिन केवल 2 लोगों को ही अधिकतम 13 लाख रुपए तक का उपचार मिल सका। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय 2023 में इस योजना का बजट 2200 करोड़ रुपए था, जो वर्ष 2024 में बढ़ाकर 3300 करोड़ कर दिया गया और इस वर्ष के बजट में 3500 करोड़ का मा कोष गठित किया गया है। उन्होंने बताया कि चिरंजीवी योजना में 1806 पैकेज थे, जबकि मा योजना में 2370 पैकेज हैं। बड़े अस्पतालों की 70 प्रतिशत आय मा योजना से हो रही है।
मा योजना में आगामी दो माह में इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी शुरू की जाएगी
इस दौरान चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कहा कि मा योजना में आगामी दो माह में इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद दूसरे राज्यों के नागरिक भी यहां आकर उपचार ले सकेंगे। इसी प्रकार आगामी 6 माह में राजस्थान के नागरिक दूसरे राज्यों में जाकर मा योजना के तहत उपचार ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि मा योजना में प्रतिदिन औसतन 8200 रोगियों 9.42 करोड़ की राशि का उपचार मिल रहा है।
PC: newstak, rajasthan.ndtv, abplive
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