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pc: rajasthan.ndtv
आने वाले दिनों में राजस्थान की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिससे भाजपा और कांग्रेस दोनों ही खेमे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बीच, राजस्थान में तीसरी बड़ी ताकत के रूप में उभरी भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) में अचानक आंतरिक तनाव देखने को मिल रहा है।
धरियावद विधायक से जुड़े एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। विधायक ने पार्टी के कुछ अन्य विधायकों के साथ महाराष्ट्र केमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता से मुलाकात की।
इस मुलाकात ने उपचुनाव से पहले बीएपी के भीतर संभावित विभाजन की अटकलों को हवा दे दी है।
धरियावद विधायक ने राजनीतिक तनाव बढ़ाया
जैसे-जैसे राजस्थान उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं, राज्य में तीसरी बड़ी पार्टी बीएपी खुद को मुश्किल में पाती जा रही है। धरियावद विधायक थावरचंद मीना ने हाल ही में अन्य आदिवासी विधायकों के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर लोगों की भौहें सिकोड़ दी हैं। इस अप्रत्याशित कदम ने बीएपी के भीतर बेचैनी पैदा कर दी है और राजनीतिक हलकों में संभावित दलबदल की अटकलों को हवा दे दी है।
इस बैठक में मध्य प्रदेश के सेलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार भी शामिल थे, जिससे आगामी चुनावों से ठीक पहले BAP में फूट की अफवाहों को बल मिला है।
पार्टी नेता ने अटकलों पर प्रतिक्रिया दी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के साथ BAP के दो विधायकों की अचानक हुई बैठक ने चर्चा का विषय बना दिया है, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पार्टी में दरार पड़ सकती है। हालांकि, BAP के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने कहा है कि उन्हें इस बैठक के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब तक वे संबंधित विधायकों से सीधे बात नहीं कर लेते, तब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।
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