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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फोन टैपिंग मामले में परेशानी बढ़ सकती हैं। अशोक गहलोत सरकार के समय हुए फोन टैपिंग मामले में पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को सबूत सौंप दिए हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रह चुके लोकेश शर्मा ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने बताया कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने ही उन्हें साल 2020 के सियासी संकट के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई थी। उन्होंने बताया कि अशोक गहलोत ने ही इसे मीडिया में प्रसारित करने के लिए बोला था। लोकेश शर्मा ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को एक पेन ड्राइव, लैपटॉप और फोन सौंप दिया है।
25 सितंबर को लोकेश शर्मा से हुई थी पूछताछ
आपका बता दें कि 25 सितंबर दिल्ली क्राइम ब्रांच द्वारा की गई पूछताछ के दौरान लोकेश शर्मा ने सात पेज का बयान दर्ज करवाया था। इस दौरान उन्होंने फोन टैपिंग के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार बताया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि 16 जुलाई 2020 को मुझे जो ऑडियो क्लिप दिए थे, वहीं मैंने मीडिया को दिए थे। इस दौरान उन्होंंने इस मामले में अशोक गहलोत से पूछताछ करने की बात भी कही थी।
दी थी ये जानकारी
लोकेश शर्मा ने जानकारी दी कि सियासी संकट के समय अशोक गहलोत ने अपने खेमे और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कैंप के विधायकों के फोन सर्विलांस पर लिए थे। इसके माध्यम से उन्हें विधायकों की जानकारी मिलती थी।
अब इस मामले में अशोक गहलोत के सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। अब आगामी समय ही बताएगी कि इस मामले में अब क्या एक्शन लिया जाता है।
PC: aajtak
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