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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान हाईकोर्ट में संविदा कर्मचारी मनीष सैनी द्वारा आत्महत्या करने की घटना पर दुख प्रकट किया है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से संविदाकर्मियों का नियमितीकरण कर उचित वेतनमान देने की अपील की है।
उन्होंने शुक्रवार को इस संबंध में ट्वीट किया कि आज राजस्थान हाईकोर्ट में संविदा कर्मचारी मनीष सैनी द्वारा आत्महत्या बेहद दुखद है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं। मनीष एक अल्प वेतन भोगी संविदा कर्मी थे। राज्य सरकार को पीडि़त परिजनों की आर्थिक सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए।
हमारी सरकार के समय करीब 1 लाख 10 हजार संविदाकर्मियों के भविष्य की सुरक्षा के लिए कॉन्ट्रेक्चुल सर्विस रूल्स बनाए थे एवं स्क्रीनिंग की प्रक्रिया शुरू की थी। वर्तमान सरकार को अविलंब उक्त प्रक्रिया को आगे बढ़ाकर सभी संविदाकर्मियों का नियमितीकरण कर उचित वेतनमान देना चाहिए।
11 लाख रुपए का मुआवजा और पत्नी को संविदा नौकरी दिए जाने पर बनी थी सहमति
खबरों के अनुसार, राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर स्थित बिल्डिंग में शुक्रवार सुबह संविदा कर्मी मनीष कुमार सैनी ने आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद मनीष के परिजनों ने मामले की जांच, मुआवजा, आश्रित को सरकारी नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर शव के साथ विरोध किया था। शुक्रवार को करीब 12 घंटे बाद प्रशासन और परिजनों में 11 लाख रुपए का मुआवजे और मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी दिए जाने की सहमति बनी।
PC: freepressjournal
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