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जयपुर। कहते है ना कि बुखार अपने आप में कोई बड़ी बीमारी नहीं होती लेकिन कोई बड़े रोग का संकेत हो सकता है। जेकेलोन के जनरल फिजिशियन वार्ड में कम से कम छह बच्चे तेज फीवर से सुलग रहे है। इनमें दो बच्चों की हालत कुछ ज्यादा खराब है। एंटी फीवर दवाइयां भी काम नहीं कर रही है। एक मासूम को गीली पट्टी का उपचार भी दिया जा रहा है लेकिन वह भी काम नहीं कर पा रहा है।बुखार के पेसेंट्स में सुनील उम्र चार साल को डेंगू है। निकट के बिस्तर पर दो साल का मुन्ना लीवर की कोई बीमारी से पीड़ित है। दोनों गरीब है। नन्हे अबूजर को कोई खतरनाक रोग है। कई दिनों से जांचे चल रही है। डॉक्टर से इस सिलसिले में बात हुई थी।
उनसे जानकारी मिली कि यह बच्चा डीजार्ज सिंड्रोम नामक बीमारी का शिकार है। इस प्राणघातक बीमारी का एक ही उपचार है,बॉन मेरो ट्रांसप्लांट है,जिस 32.25 लाख का खर्च आता है। दिजार्ज सिंड्रोम को 22 के 11.2 दिलिशन के रूप में भी जाना जाता है। यह तब होता है जब क्रोमोसोम यानी गुणसूर्त 22का एक छोटा हिस्सा गायब होता है। इस स्थिति में शरीर की कई प्रणालियों का विकास रुक जाता है। इस सिंड्रोम से जुड़ी समस्याओं में दिल की।बीमारी,प्रति रक्षा प्रणाली खराब होना, फांक तालु, ब्लड में कैल्शियम के निम्न स्तर से संबंधित समस्याओं और व्यवहार और इससे संबंधित समस्याएं शामिल होती है। 22q 11.2 दिलीशन सिंड्रोम से जुड़े लक्षणों की संख्या और गंभीरता भिन्न होती है। इस सिंड्रोम में स्थिति बदलती रहती है। यहां तक कि बच्चे की मौत भी हो सकती है।
इस सिंड्रोम के उपचार का जहां तक सवाल है,कोई भी नही है। मगर उपचार के तौर पर बच्चों और वयस्कों में हेल्थ प्रॉबलम के मुताबिक सिमटैम्स का उपचार किया जाता है। कुछ ब च्चो में सीखने की आवश्यकता होती है। बोलने में देरी , गर्भ में या जन्म के बाद शिशु के विकास में देरी होना , हार्ट की समस्याएं , व्यवहार की समस्याएं देखने को मिल जाती है। अबूजर का जहां तक सवाल है, यह बच्चा इस बीमारी की खतरना स्टेज से गुजर रहा है। इस रोग के कारणों का जहां तक सवाल है, अनायास होता है। इसके अलावा कोई ज्ञात पर्यावरणीय कारण नहीं होता है। इसके लिए अनुवांशिक शब्द de नोवो है।
माता पिता दोनो में आम तौर पर सामान्य गणसूर्त होते है। यह बंशागत होता है और दिलिशन सिंड्रोम से प्रभावित लोगों के पास इसे अपने बच्चो को पास करने का फिफ्टी फिफ्टी मौका ही एक गलती के कारण होता है।दे नोवो 22q 11.2 दूरस्थ विलोपन एक गलती के कारण होता है, जो माता पिता के शुक्राणु या अंडे की कौसिकाओ के बनने पर होता है। गढ़न के एक बिंदु पर दो गण सूर्त 22s सहित सभी गणसूत्र जोड़ी बनाते है और खंड बदलते है। सटीक जोड़ी बनाने के लिए प्रत्येक गणसुत्र अपने साथी गन सूत्र पर मिलान या निकट मिलान डीएनओ के अनुक्रेमों को पहचान करता है।
हालांकि हर गण सूत्र में कई डीएनए अनुक्रम होते है जो गलत तरीके से ओवर लेप कर सकतें है। ऐसा माना जाता है की जब अनुवांशिक सामग्री का आदान,जिसे क्रॉसिंग ओवर के रूप में जाना जाता है। यह बेल मेल होने के बाद होता है। तो यह समान होता है। लूप आउट होता है।
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