- SHARE
-
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने आज कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के विधायक नवनिर्वाचित विधानसभा के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए यह फैसला किया है।
आदित्य ठाकरे ने कहा, "आज हमने निर्णय लिया है कि हमारे विजयी विधायक आज शपथ नहीं लेंगे। हमें ईवीएम पर संदेह है। यह लोकतंत्र की हत्या है, और हम विरोधस्वरूप शपथ नहीं ले रहे।"
विधानसभा सत्र और घटनाक्रम:
यह निर्णय महाराष्ट्र की 288-सदस्यीय विधानसभा के विशेष तीन दिवसीय सत्र के दौरान आया है, जो आज से शुरू हुआ। इस सत्र की अध्यक्षता प्रोटेम स्पीकर और भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर कर रहे हैं। सत्र में विधायकों का शपथ ग्रहण, विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव, नई सरकार का विश्वास मत, और राज्यपाल का अभिभाषण शामिल हैं।
चुनाव परिणाम और विवाद:
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन (भाजपा, एकनाथ शिंदे गुट और अजित पवार गुट) ने 288 में से 230 सीटें जीतीं। इसके बाद 5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री, जबकि एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया, "परिणामों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। पूरी प्रक्रिया संदिग्ध लग रही है। लोग नाखुश हैं, और कुछ गड़बड़ नजर आ रही है।"
आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर लोकतांत्रिक सिद्धांतों के उल्लंघन का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री के चयन में देरी को महाराष्ट्र का अपमान बताया और कहा कि सरकार गठन की प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी से लोकतंत्र कमजोर हुआ है।
शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार:
विपक्षी विधायकों ने बुधवार को मुंबई के आजाद मैदान में हुए महायुति के भव्य शपथ ग्रहण समारोह से भी दूरी बनाई। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री, एनडीए के नेता, और बॉलीवुड, क्रिकेट, व व्यापार जगत की हस्तियां शामिल हुईं।