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नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के दस दिन बाद मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस खत्म हो गया है। देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। बीजेपी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से उनके नाम पर फैसला लिया गया। 5 दिसंबर को फडणवीस राज्यपाल के सामने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
इस बार महायुति (एनडीए गठबंधन) को भारी बहुमत मिला है, जिसके चलते सरकार गठन को लेकर चर्चाएं तेज थीं। शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) को भी सरकार में बड़े मंत्रालय मिलेंगे। यह देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरा कार्यकाल होगा, और उनके समर्थकों में इसे लेकर काफी उत्साह है।
विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला
मुंबई स्थित बीजेपी कार्यालय में बुधवार सुबह एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित गुट) के कुल 230 विधायक शामिल हुए। दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों ने फडणवीस को विधायक दल का नेता प्रस्तावित किया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
5 दिसंबर को शपथ समारोह
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। समारोह की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। बीजेपी इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिसने 132 सीटों पर जीत दर्ज की।
महायुति को भारी बहुमत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने कुल 230 सीटों पर जीत दर्ज की।
- बीजेपी: 132 सीटें
- शिवसेना (शिंदे गुट): 57 सीटें
- एनसीपी (अजित पवार गुट): 41 सीटें
- अन्य: 3 सीटें
बीजेपी का स्ट्राइक रेट लगभग 89% रहा। महायुति के इस प्रदर्शन के बाद देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद माना गया।