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नई दिल्ली : सरकार ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि उसने राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण रोडमैप मिशन (एनएमसीएम) की शुरूआत की है और इसके तहत प्रारंभ में प्रायोगिक अध्ययन के लिए 80 गांव की पहचान की गई है। लोकसभा में देबश्री चौधरी और बेल्लाना चंद्रशेखर के प्रश्न के लिखित उत्तर में संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सरकार ने राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण रोडमैप मिशन (एनएमसीएम) की शुरूआत की है और इसके तहत प्रारंभ में प्रायोगिक अध्ययन के लिए 80 गांव की पहचान की गई है। उन्होंने बताया कि किसी विशिष्ट क्षेत्र के कलाकारों और समुदायों का डेटाबेस उस क्षेत्र की कला एवं संस्कृति को पढ़ने और समझने हेतु उद्योगों, विद्बानों, शिक्षाविदों आदि के लिए एक मंच और अवसर प्रदान करता है।
रेड्डी ने बताया कि इस मिशन के प्रस्तावित आंकड़े.. भारत के गांवों की राष्ट्रीय पंजिका एवं कलाकारों आदि के ब्यौरे, कलाकारों की राष्ट्रीय निर्देशिकाएं, उनके विशिष्ट पहचान कोड, ई कॉमर्स मंच जैसे घटकों पर आधारित हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस मिशन में देश के कलाकारों और कारीगरों के लिए भारत सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं के लिए एकल सांस्कृतिक सेवा प्रदाता मंच तथा गांवों की कलाओं, शिल्प कलाओं, संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए उनके आभासी संग्रहालय का प्रस्ताव किया गया है।