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इंटरनेट डेस्क। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने अब दिवंगत हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। वह आज जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी के बाहर दिवंगत हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के परिजन द्वारा दिए जा रहे धरने में शामिल होंगे।
इस बात की जानकारी आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। उन्होंने रविवार रात ट्वीट किया कि जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी के बाहर दिवंगत हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के परिजन आंदोलित है, मैं कल दोपहर 01 बजे धरना स्थल पर पहुंच जाऊंगा। जयपुर सहित आस-पास के आरएलपी परिवार के सदस्यों से आह्वान करता हूं की वो भी कल दोपहर 01 बजे एमएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर पहुंचे।
राजस्थान सरकार मामले में अभी तक न्यायोचित कार्यवाही करने में शिथिलता बरत रही है
उन्होंने कहा कि आत्महत्या करने से पहले बाबूलाल बैरवा ने सुसाइड नोट में न्याय की मांग के संदर्भ में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का भी उल्लेख करते हुए न्याय की अपेक्षा की, लेकिन मुख्यमंत्री जी का कोई वक्तव्य तक नहीं आया और राजस्थान सरकार मामले में अभी तक न्यायोचित कार्यवाही करने में शिथिलता बरत रही है जो यह इंगित करता है की बीजेपी सरकार दलितों की विरोधी है।
उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को मामले में करना चाहिए हस्तक्षेप
दलित पारिवारिक पृष्टभूमि से आने वाले दिवंगत हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा ने सुसाइड नोट मे पूरी जानकारी लिखी थी और उनके साथ हुए अन्याय का जिक्र भी किया मगर राजस्थान सरकार मौन धारण किए हुए है। राज्य के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को मामले में इसलिए भी हस्तक्षेप करना चाहिए क्योंकि दिवंगत पुलिस कार्मिक उनके समाज का बंधु था। न्याय की लड़ाई में राष्ट्रीय लोकतत्रिक पार्टी दिवंगत पुलिस कार्मिक के परिजनों के साथ है, यह प्रकरण संज्ञान में आने के बाद से लगातार बाबूलाल जी के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर मैं राजस्थान सरकार के आला प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारियों के संपर्क में हूं।
PC: twitter
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