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उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में दो दिन पहले अपने घर के बाहर खेलने के दौरान लापता हुई चार साल की बच्ची का शव एक नाले के पास बोरे में मिला है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शव बुधवार शाम को मिला।
पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को इन लोगों ने बताया कि लड़की उनके ठिकाने पर पहुंची और वहां एक पानी की टंकी में डूब गई। पूछताछ करने पर तीनों ने कहा कि लड़की की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के डर से उन्होंने शव को नाले के पास फेंक दिया।
उज्जैन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार यह दुर्घटनावश डूबने का मामला लगता है।
उन्होंने कहा कि बुधवार शाम को मिले लड़की के शव पर चोट के निशान या यौन हमले के कोई निशान नहीं पाए गए।उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम चिमनगंज थाना क्षेत्र के कमल कॉलोनी में अपने घर के बाहर खेलते समय बच्ची लापता हो गयी थी जिसका शव जीवाजी गंज थाना क्षेत्र के तहत पाया गया।
शर्मा ने कहा, ‘‘ प्रारंभिक जांच के अनुसार शरीर पर कोई चोट का निशान या यौन हमले का निशान नहीं पाया गया है। चिकित्सकों का दल पोस्टमार्टम कर रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बच्ची की मौत के कारणों का पता चलेगा।’’उन्होंने कहा कि अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।शर्मा ने कहा, "हमने तीन लोगों को हिरासत में लिया है और प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह दुर्घटनावश डूबने का मामला है।"
एक अधिकारी ने कहा कि तीनों लोगों ने पुलिस को बताया है कि लड़की खेलते हुए उनके स्थान पर आ गई और उनके स्थान पर एक टैंक में डूब गई।अधिकारी ने कहा कि तीनों ने इस डर से शव को नाले के पास फेंक दिया कि उन्हें लड़की की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। एसपी ने कहा कि लड़की और तीनों बंदी एक ही समुदाय के हैं।शव की बरामदगी के बाद स्थानीय लोगों में तनाव की खबरों के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि लड़की के लिए लोगों में सहानुभूति है जो काफी स्वाभाविक है।उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में लोग इसे हत्या या बलात्कार का मामला मान लेते हैं और उसी के अनुसार प्रतिक्रिया करते हैं।
Pc:ETV Bharat