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हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अपना नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करने के बाद पार्टी का पहला पूर्ण अधिवेशन गुरुवार को यहां शुरू हुआ।
बीआरएस सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने यहां तेलंगाना भवन में पार्टी का झंडा फहराया और तेलंगाना थल्ली एवं शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर दिन भर की पूर्ण अधिवेशन की शुरुआत की। राज्य के मंत्रियों, विधायकों, विधानपरिषद सदस्यों , पार्टी जिला अध्यक्षों, निगम अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं सहित लगभग 300 प्रतिनिधि अधिवेशन में भाग ले रहे हैं।
इस मौके पर कृषि, सिचाई और कल्याण के क्षेत्र में पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार की विफलताओं और तेलंगाना सरकार की उपलब्धियों पर संकल्प लिए जायेंगे। पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में बीआरएस की बड़ी भूमिका निभाने पर भी एक प्रस्ताव पारित करेगी। तेलंगाना में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पूर्ण सत्र आयोजित किया गया रहा है।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 27 अप्रैल को तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ टीआरएस पार्टी के गठन दिवस को चिह्िनत करने के लिए अपनी वार्षिक बैठक आयोजित करती रही है। वर्ष 2014 में सफलतापूर्वक तेलंगाना राज्य का दर्जा हासिल करने तथा इसी वर्ष के साथ ही 2018 के विधानसभा चुनावों में दो बार सत्ता में आने के बाद श्री राव ने राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करने और 2024 में होने वाले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विकल्प के रूप में सामने आने के लिए पिछले साल अक्टूबर में पार्टी का नाम बदलकर बीआरएस करने का फैसला किया था।
फोटो क्रेडिट: sakshipost