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शंभु बॉर्डर से दिल्ली तक किसानों का विरोध मार्च जारी है। वे न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और अन्य सुधारों की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस और प्रशासन ने विरोध को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा और निषेधाज्ञाएं लागू की हैं।
ग्रेटर नोएडा में हिरासत और ट्रैफिक जाम
शुक्रवार को शंभु बॉर्डर से ‘दिल्ली चलो’ मार्च की शुरुआत के बाद ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर कई किसानों को हिरासत में लिया गया। दिल्ली और नोएडा की सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।
अंबाला में इंटरनेट बंद और धारा 163 लागू
अंबाला प्रशासन ने जिले में धारा 163 के तहत पांच या अधिक लोगों की गैरकानूनी सभा पर रोक लगाई है। शंभु बॉर्डर पर भी कई किसानों को रोका गया। इंटरनेट सेवाएं 9 दिसंबर तक बंद कर दी गई हैं। वहीं, जिला प्रशासन ने सरकारी और निजी सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं।
किसानों का आश्वासन: शांति पूर्ण मार्च
पंजाब DIG (पटियाला रेंज) मनदीप सिंह सिद्धू और SSP (पटियाला) नानक सिंह ने किसान नेताओं से मुलाकात की। किसानों ने आश्वासन दिया है कि वे मार्च में शांति बनाए रखेंगे और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का उपयोग नहीं करेंगे।
क्यों हो रहा है प्रदर्शन?
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के तहत किसान दिल्ली तक पैदल मार्च कर रहे हैं। उनकी मुख्य मांगों में MSP की कानूनी गारंटी, किसानों का कर्ज माफ, पेंशन, बिजली दरों में वृद्धि पर रोक, और 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय शामिल है। इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली और 2020-21 के आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा भी उनकी मांगों में शामिल है।
सुरक्षा प्रबंध
दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर और अन्य सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर दी है। पानी की बौछार और कंक्रीट बैरिकेड का इस्तेमाल विरोध मार्च को रोकने के लिए किया गया। दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं।