- SHARE
-
PC: rajasthan
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार जोरों पर है और हर पार्टी जीतने की कवायद में पीछे नहीं है। वहीं गोविंद सिंह डोटासरा जो हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार कर रहे हैं, ऐसे बयान दे रहे हैं जो बेहद ही चर्चा में है। वे जनता को संबोधित करने के साथ साथ पत्रकारों से बातचीत करने में भी पीछे नहीं है।
हरियाणा में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनसे पूछा गया कि जैसे हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सेलजा के बीच CM बनने को लेकर खींचतान हमेशा रहती है ऐसी लड़ाई राजस्थान में पायलट - गहलोत के बीच में भी तो होती है।
इस बात पर गोविंद सिंह डोटासरा ने जवाब देते हुए पत्रकार से कहा- ''लड़ाई नहीं होती उनके मन में होता है कि मैं बनूं- मैं बनूं और इसमें कुछ ग़लत भी नहीं है। आलाकमान तय करता है, बाद में अशोक गहलोत बने मुख्यमंत्री तो सबने माना।''
हरियाणा में भी राजस्थान जैसे हालात क्यों है?
हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सेलजा के बीच अनबन की खबरें हैं। सेलजा कांग्रेस नेतृत्व से नाराज हैं, क्योकिं वे विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि "मुझे टिकट देना या नहीं देना। ये तो हाईकमान का फैसला था। पार्टी ने उकलाना में किसी और को टिकट मिल गया। बेशक मैं वहां से लड़ना चाहती थी। ''
उन्होंने कहा, ''मैंने ये बात सार्वजनिक तौर पर भी कही थी। लेकिन ये पार्टी का फैसला था कि मुझे चुनाव ना लड़वाए. ये भी है कि मैं चुनाव लड़ती, तो पार्टी को थोड़ा ज्यादा फायदा हो जाता। "
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें