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pc: samacharnama
सीरियल्स किलर्स की मानसिकता एक दरिंदे के समान होती है। जब भी हम किसी सीरियल किलर के बारे में सुनते हैं तो लगता है ऐसे लोगों को मौत की सजा देनी चाहिए। एक ऐसी ही सीरियल किलर के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आपका खून खौल उठेगा। ये सीरियल किलर मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाता था, उनका शोषण करता और फिर उन्हें मौत के घाट उतार देता था।
ये कहानी है गुरुग्राम के रेपिस्ट सुनील की। कहते हैं आरोपी कितना भी शातिर हो वो पीछे कोई ना कोई सबूत छोड़ ही देता है। 30 साल का सीरियल रेपिस्ट सुनील को भी पुलिस धर दबोचा। उसके बाद हाल ही में कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया और मौत की सजा सुनाई।
11 नवंबर 2018 को दरिंदे ने एक नाबालिग को पकड़ पहले उसका रेप किया और फिर उसे मार डाला। गुरुग्राम सेक्टर-65 थाना क्षेत्र की झुग्गियों में रहने वाला सुनील उसी के घर के पास खेलने वाली तीन लड़कियों के पास गया और उन्हें 10 रुपये का नोट दिखाकर अपने साथ चलने को कहा। तीनो में से लड़की उसके साथ चल दी। फकीर सुनील ने बच्ची को सेक्टर-66 इलाके में ले जाकर उसका रेप किया और उसकी हत्या कर दी। फिर वह उन झुग्गी झोपड़ियों से फरार हो गया।
पुलिस लड़की की तलाश कर रही थी तभी उन्हें अगले दिन मंदिर के सामने एक लड़की का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। उसका शरीर एक पॉलीथिन में था और सिर को पत्थरों से बुरी तरह कुचल दिया गया था। इतना ही नहीं लड़की के प्राइवेट पार्ट में ईंट और डंडे के टुकड़े थे। उसकी हालत देख पुलिस का भी दिल दहल गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि आरोपी ने मासूम बच्ची के साथ दुराचार किया था। मामले में सुनील पर पुलिस ने 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया। एसआईटी ने 19 नवंबर 2018 को आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर लिया।
9 बच्चियां हैवानियत का शिकार हुईं सीरियल रेपिस्ट सुनील कुमार
20 नवंबर 2018 को उसे रिमांड रूम भेजा गया। पकड़े जाने पर उसने जो बताया वो जानकार पुलिस के भी होश उड़ गए। पूछताछ में सामने आया कि उसने इसी तरह 9 लड़कियों के साथ रेप किया था और और सबकी हत्या कर दी।
उसने बस एक लड़की को जिंदा छोड़ा था।
यह घटना 15 जून 2013 को सिकंदरपुर के पास हुई थी। डीएलएफ इलाके में एक स्टोर में 5 साल की बच्ची से रेप किया गया। उसके बाद बच्ची सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास मेट्रो पिलर नंबर 47-48 के पास लहूलुहान हालत में मिली। उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था।
गुरुग्राम पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। 2014 में कोर्ट में ट्रेस रिपोर्ट दाखिल की गई। फरवरी 2018 में फोर्टिस में लड़की के प्राइवेट पार्ट की 13वीं सर्जरी हुई। 15 दिसंबर 2018 को आरोपी सुनील के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया गया। सीसीटीवी फुटेज के अलावा अन्य मेडिकल और फॉरेंसिक सबूत कोर्ट में पेश किए गए। इसके आधार पर दोषी सुनील को फांसी की सजा सुनाई।
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