- SHARE
-
pc:chopaltv
महाराष्ट्र के पुणे के पास तालेगांव से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां अवैध संबंध के चलते गर्भपात के दौरान एक महिला की मौत हो गई। प्रेमी ने शव को ठिकाने लगाने की कोशिश में महिला के दो बच्चों को नदी में फेंक दिया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। पुलिस ने आरोपी प्रेमी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या हुआ?
घटना तालेगांव में हुई। 6 जुलाई को आरोपी प्रेमी का दोस्त रवींद्र गायकवाड़ गर्भवती महिला और उसके 5 और 2 साल के दो बेटों को कलंबोली ले गया। वहां एक अस्पताल में गर्भपात कराया गया, लेकिन कथित चिकित्सकीय लापरवाही के कारण 8 जुलाई को महिला की मौत हो गई।
11 जुलाई को महिला की मां ने अपनी 25 वर्षीय बेटी और उसके दो पोते-पोतियों के लापता होने की सूचना तालेगांव एमआईडीसी पुलिस को दी। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने मृतक महिला द्वारा अक्सर संपर्क किए जाने वाले फोन नंबर का पता लगाया, जो गजेंद्र दगड़खेर का था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
गजेंद्र का चौंकाने वाला कबूलनामा
शुरू में गजेंद्र ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन दबाव में आकर उसने कबूल कर लिया। उसने खुलासा किया कि मृतक महिला के वैवाहिक जीवन में कुछ समस्याएँ थीं और वह अपनी माँ और बच्चों के साथ उसके द्वारा दिए गए किराए के घर में रह रही थी। इस दौरान गजेंद्र और महिला के बीच प्रेम संबंध शुरू हो गए, जिसके परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई। यह जानने के बाद गजेंद्र ने गर्भपात पर जोर दिया और उसे अपने दोस्त रविंद्र के साथ कलंबोली के एक गर्भपात केंद्र में भेज दिया।
दुखद बात यह है कि 8 जुलाई को गर्भपात के दौरान महिला की मौत हो गई। 9 जुलाई को रविंद्र ने गजेंद्र को उसकी मौत की सूचना दी और उन्होंने महिला और उसके बच्चों के शव को वापस तालेगांव पहुँचाया। उन्होंने शव को इंद्रायणी नदी में फेंक दिया। जब बच्चों ने यह देखा और रोने लगे, तो आरोपियों ने उन्हें भी नदी में फेंक दिया।
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें