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pc: hindi.news18.
मुजफ्फरपुर में हुई एक घटना ने पुरानी कहावत को गलत साबित कर दिया है कि, "पूत कपूत हो सकता है लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती।" तीन साल की बच्ची की नृशंस हत्या ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। मिठनपुरा थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में पुलिस ने तीन वर्षीय मिष्टी की हत्या के मामले को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है। बच्ची की मां काजल को उसके प्रेमी के घर से गिरफ्तार कर लिया गया है और घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए गए हैं। पुलिस ने काजल को न्यायिक हिरासत में रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसकी पुष्टि सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने की है।
24 अगस्त 2024 को शास्त्री नगर में लाल सूटकेस में मिष्टी का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग एकत्र हुए और पुलिस को सूचना दी गई। मिठनपुरा थानेदार राम एकबाल प्रसाद और उनकी टीम जांच करने पहुंची। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) और डॉग स्क्वायड को भी मदद के लिए बुलाया गया। जांच के दौरान मिष्टी के घर और छत पर खून के धब्बे मिले।
मिष्टी के पिता मनोज ने काजल के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया। आखिरकार काजल को मीनापुर के रामापुरी इलाके में उसके प्रेमी के घर से गिरफ्तार कर लिया गया। सिटी एसपी दीक्षित के अनुसार, काजल का रामापुरी में एक व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध था और वह अपने पति मनोज को छोड़कर अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी। हालांकि, प्रेमी मिष्टी को स्वीकार करने को तैयार नहीं था।
क्राइम शो "क्राइम पेट्रोल" से प्रेरित होकर काजल ने मिष्टी को मारने का फैसला किया। उसने अपनी बेटी का गला रेत दिया, शव को सूटकेस में रखा और छत से फेंक दिया। खून साफ करने की कोशिश करने के बाद, काजल ने अपने पति से झूठ बोला कि वह एक रिश्तेदार के जन्मदिन में शामिल होने जा रही है, जो बाद में झूठ साबित हुआ।
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