- SHARE
-
समाचार जगत पोर्टल डेस्क। पुलिस और एफ एस एल की टीम जब सुलभ के निवास पर गई तो वहां कार तो मौजूद थी,मगर उसकी धुलाई हो चुकी थी। इस तरह पुलिस का शक और अधिक गहरा गया। शक के दायरे में आए पति से कड़ाई से पूछताछ की गई। मगर जो कुछ मिला,वह बहुत ही चौकाने वाला निकला।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी पति ने बताया उसका किरण नाम की लड़की से काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वे दोनो इतने करीब आ गए थे कि लडकी के पिता को भी इन दोनों के प्यार पर ऐतराज नहीं था। लड़की के पिता ड्राइवर है।इसलिए उनके घर का सारा खर्च सुलभ ही उठाया गया था। अब इस प्रेम प्रसंग के बारे में सुलभ की पत्नी अंजना और उसकी बहन बबली को भी शक हो गया था। इसी बात को लेकर पति और पत्नी में विवाद होता था।
पिछले काफी समय से अंजना नाराज रहती थी। घटना वाले दिन 22 दिसंबर को घर पर इनके बेटे अयान ने कोल्ड ड्रिंक मांगी थी।ठंड के मारे खरीदने से मना कर दिया था। उसी दौरान सुलभ का चचेरा भाई ऋषभ आयन को लेकर कोल्ड ड्रिंक खरीदने घर से बाहर गया था। इसी बात को लेकर अंजना नाराज हो गई। फिर पति के साथ कहासुनी हो गई। इसी बात को ले कर अंजना ने पति का कॉलर पकड़ लिया। इसके बाद पति का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गुस्से में पति ने अंजना का गला घोट कर उसकी हत्या करदी। इसके बाद शव को बोरी में डाल और भानपुरा इलाके में स्थित अपनी प्रेमिका के फ्लैट पर ले गया। यहां आने के बाद उसने इस बारे में चचेरे भाई को बता दिया।
पुलिस का कहना था कि जब सुलभ अपनी की लाश को लेकर राम दयाल रायपुरा फ्लैट पर आया तो लाश को ढिकाने लगाने में उसके भाई ,प्रेमिका किरण और प्रेमिका के पिता भी शामिल हुए। क्यू कि इस फ्लैट में अंजना की पहचान मिटाने के लिए उसके शव को पेट्रोल डाल कर जला दिया। इस दौरान फ्लैट में काफी धुंआ हो गया था। साथ ही खून भी रिस कर फेल गया। इसके बाद इन लोगों ने किसी तरह आग को बुझाया। इस दौरान आरोपियों के नाखून में अंजना के मांस के टुकड़े और खून के अंश भी फंस गए। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वहां से अधजले शव को लेकर दूसरी कार में रखा। फिर उसे जंगल में फेंक दिया। इसके बाद , कार जिसमे कि खून और मांस काफी फेल गया। ऐसे में इस कार को घर लाकर धुलाई करवा दी। ताकि पुलिस को कोई सुराग ना मिले।
प्रेमिका किरण के फ्लैट में बेजादीन का टेस्ट करवा गया था। जिससे यह खुलासा हो गया कि वहां अंजना का मर्डर किया गया। साथ ही सुलभ,ऋषभ और उसकी प्रेमिका के नाखूनों में खून के अवशेष मिले। इसके अलावा जांच में आरोपियों के जैकिट,चप्पल समेत कई सबूत मिले है। पुलिस ने इस केश में मुख्य आरोपी पति सुलभ उसकी प्रेमिका किरण प्रेमिका के पिता रामदयाल और चचेरे भाई ऋषभ को गिरिफ्तार किया। इस घटना में शामिल रामदयाल ने बताया की उसे लगा था कि सुलभ बेटी और परिवार की काफी मदद करता है ऐसे में उसी से बेटी की शादी हो जायेगी तो दोनो खुश रहेंगे।
लेकिन क्या पता था कि बेटी के हाथ पीले करने से पहले ही खून से रंग जायेंगे। यहां पुलिस ने यह भी बताया की जंगल जिस महिला के शव को घर वालों ने अंजली का ही बताया था। उसी आधार पर केश में खुलासा हुवा मगर जब शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा था और बेटे से शव की पहचान करवाई तो उसने उसे मां का होने से इंकार कर दिया। उसने बताया की ये मेरी मम्मी नहीं है। इसलिए शव का डी न ए सैंपल ले कर उसका अंतिम संस्कार करवा दिया। डी एन ए की रिपोर्ट अभी आनी है। सस्पेंस इस बात का हो गया था कि लाश की हेरा फेरी में सारा खेल ना बिगड़ जाय।