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ठंड और शीतलहर के कारण उत्तर भारत में स्कूलों के समय में व्यापक बदलाव किए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ग्वालियर, भोपाल, इंदौर और अन्य जिलों में स्कूलों की नई समय सारणी लागू की गई है।
ठंड और शीतलहर का प्रभाव
दिसंबर की शुरुआत में उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की बर्फबारी और दिल्ली की बारिश ने पूरे क्षेत्र में शीतलहर बढ़ा दी है। मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में ठंड से बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में ठंड और तेज होने की चेतावनी दी है।
जिलों में स्कूल समय में बदलाव
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ग्वालियर:
कक्षा 8 तक के स्कूल 16 दिसंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक सुबह 9 बजे से शुरू होंगे। आंगनबाड़ी का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक रहेगा।
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मंदसौर:
प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का संचालन सुबह 9 बजे से होगा।
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सीधी:
नर्सरी से कक्षा 8 तक के स्कूल सुबह 9 बजे से 3 बजे तक चलेंगे। सीनियर कक्षाओं का समय अपरिवर्तित रहेगा।
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शाजापुर और मंडला:
नर्सरी से कक्षा 8 तक के स्कूल सुबह 9 बजे से शुरू होंगे।
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भोपाल, इंदौर और रीवा:
सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के लिए समय सुबह 9 बजे के बाद तय किया गया है।
ठंड में बच्चों की देखभाल के उपाय
- गर्म कपड़े: बच्चों को पर्याप्त गर्म कपड़े पहनाएं।
- पौष्टिक आहार: विटामिन-सी युक्त फलों और गर्म सूप को डाइट में शामिल करें।
- सुबह बाहर न भेजें: अत्यधिक ठंड के दौरान सुबह जल्दी बच्चों को बाहर भेजने से बचें।