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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बीमा सखी योजना की शुरुआत की है। यह योजना खासतौर पर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें वे बीमा एजेंट के रूप में कार्य कर सकेंगी। इस योजना के तहत महिलाएं घर-घर जाकर बीमा सेवाएं उपलब्ध कराएंगी और बदले में उन्हें आर्थिक सहायता, प्रोत्साहन राशि और कमीशन मिलेगा।
योजना का उद्देश्य
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना: बीमा एजेंट के रूप में काम करने का अवसर प्रदान करना।
- ग्रामीण विकास: बीमा सेवाओं का प्रचार-प्रसार।
- आर्थिक सशक्तिकरण: पहली साल महिलाओं को 7,000 रुपये प्रति माह, दूसरे साल 6,000 रुपये और तीसरे साल 5,000 रुपये मासिक सहायता मिलेगी।
- प्रोत्साहन राशि: टारगेट पूरा करने पर 2,100 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।
बीमा सखी योजना की शुरुआत
- पहला चरण: हरियाणा में लागू किया जाएगा।
- लॉन्च इवेंट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को पानीपत से योजना का शुभारंभ करेंगे।
- महिलाओं की संख्या: शुरुआती चरण में 35,000 महिलाओं को जोड़ा जाएगा; बाद में इसे 50,000 तक बढ़ाने की योजना है।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
- आयु सीमा: 18 से 50 वर्ष।
- शैक्षणिक योग्यता: कम से कम 10वीं पास।
- स्थान: ग्रामीण क्षेत्र की निवासी।
महिलाओं को एक विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे बीमा सेवाओं को प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचा सकें।
महत्व और प्रभाव
बीमा सखी योजना न केवल महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और आर्थिक स्थिरता भी प्रदान करेगी। यह पहल महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता के साथ समाज में बीमा के महत्व को बढ़ावा देने में मदद करेगी।