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प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना (PMGAY) में अगले महीने से बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सरकार ने फर्जी राशन कार्ड धारकों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है और ई-केवाईसी को अनिवार्य बना दिया है। इस योजना के तहत राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी लागू की गई है, जिससे आप देशभर में कहीं भी राशन प्राप्त कर सकते हैं।
फ्री राशन योजना का उद्देश्य और लाभार्थी
कोरोना महामारी के दौरान शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराना था। वर्तमान में लगभग 80 करोड़ लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, कई ऐसे लोग भी योजना का लाभ उठा रहे हैं, जो इसके पात्र नहीं हैं, जैसे उच्च आय वर्ग के लोग, टैक्सपेयर और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्ति।
फर्जी राशन कार्ड धारकों पर कार्रवाई
सरकार ने फर्जी लाभार्थियों की पहचान के लिए अभियान चलाया है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में पिछले साल 90 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए थे। अब यदि किसी व्यक्ति का राशन कार्ड फर्जी पाया जाता है या वह पात्र नहीं है, तो उसका राशन कार्ड रद्द किया जाएगा।
ई-केवाईसी और सत्यापन अनिवार्य
इस योजना को पारदर्शी बनाने के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया गया है। जिन लाभार्थियों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उनके राशन कार्ड का सत्यापन किया जाएगा। यदि वे अयोग्य पाए गए, तो उनका नाम योजना से हटा दिया जाएगा।
“एक देश, एक राशन कार्ड” योजना
राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी के तहत अब आप किसी भी राज्य में अपने मौजूदा राशन कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। इस सुविधा से प्रवासी मजदूरों और अन्य नागरिकों को बड़ा लाभ मिलेगा। यह पहल पूरे देश में लागू की जा रही है।
सरकार का यह कदम योजना की पारदर्शिता बढ़ाने और केवल पात्र नागरिकों तक मुफ्त राशन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।