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जयपुर। राजस्थान की भजनलाल सरकार प्रदेश की पूर्वतर्वी अशोक गहलोत सरकार की एक योजना को लागू कर सकती है। प्रदेश की भाजपा सरकार की ओर से प्रदेश के मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित करने के लिए नंदन कानन योजना की समीक्षा कर इसे लागू करने पर विचार किया जाएगा। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इस योजना की घोषणा की गई थी, लेकिन इसके लिए किसी प्रकार के बजट का प्रावधान नहीं किया गया। देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने गुरुवार को विधानसभा में विधायक कालीचरण सराफ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में ये बात कही है।
प्रदेश कुल 593 मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित किए जाने थे
देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित मंदिरों के आसपास की देव भूमियों के विकास के लिए यह योजना लाई गई। योजना के तहत प्रदेश के कुल 593 तथा जयपुर के 37 मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित किए जाने थे।
2023 में प्रारम्भ हुई थी योजना
उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा प्रदेश के मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित करने के लिए नंदन-कानन योजना दिनांक 04 जनवरी, 2023 को प्रारंभ की गई थी। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत राजकीय आत्म निर्भर मंदिर श्री गोकुल चन्द्रमा जी, उदयपुर की कविता स्थित भूमि पर वृक्षारोपण कार्य हेतु 14.41 लाख रूपए की स्वीकृति जारी की गई। जिसमें कार्यकारी एजेन्सी वन विभाग के माध्यम से वृक्षारोपण कराए जाने है, कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
PC: patrika
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