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राजस्थान के भीलवाड़ा में आयोजित हनुमंत कथा के तीसरे दिन बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिव्य दरबार आयोजित किया, जहां लाखों श्रद्धालुओं के बीच एक महिला की पर्ची खोली गई और उसके बाद जो सच सामने आया, उसे देख लोग हैरान रह गए।
चमत्कारी घटनाएं और खुलासे: इस दरबार में पंडित शास्त्री ने हर श्रद्धालु की समस्याओं का समाधान दिया। इस दौरान एक युवती, ज्योति की पर्ची खोली गई। पंडित शास्त्री ने बताया कि उसके घर में क्लेश चल रहा है और शत्रु उसके जीवन में बाधा डाल रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेगी, लेकिन कुछ रुकावटें आ रही थीं, जिनका समाधान अब होगा। पंडित शास्त्री ने यह भी बताया कि एक महिला ने तंत्र-मंत्र किया था, जिसका असर अब खत्म हो जाएगा।
ज्योति के लिए यह अनुभव इतना भावुक था कि उसने अपनी आंखों में आंसू भरते हुए कहा कि यह उसके लिए एक दिव्य चमत्कार था।
आध्यात्मिक मार्गदर्शन: पंडित शास्त्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी को अंधविश्वास में नहीं डालना है। उनका कहना था, "मेरा उद्देश्य सिर्फ लोगों को भगवान के प्रति श्रद्धा और विश्वास को मजबूत करना है, न कि किसी को पूजा कराने या दान लेने के लिए कहना।" उन्होंने आगे बताया कि अगर जीवन की कठिनाइयों से छुटकारा पाना है, तो नियमित रूप से मंत्रों का जाप करना चाहिए, जैसे- "ॐ बागेश्वराय नमः," "ॐ हनुमंते नमः," और "ॐ संन्यासी देव नमः।"
बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार न केवल श्रद्धालुओं को आस्था का संदेश दे रहा था, बल्कि उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने और आस्था के नए मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी दे रहा था।