अजमेर। पानी की कमी से जूझ रहे राजस्थान को जल संकट से उबारने के लिए चलाए जा रहे मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में अजमेर जिले की नौ पंचायत समितियों की 45 ग्राम पंचायतों के 108 गांवों का चयन किया गया है। परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन परियोजना से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि परियोजना के तहत अजमेर जिले मेंंं 3753 कार्यों को मंजूरी दी गई है। इन कार्यों पर करीब 49 करोड़ चार लाख रुपए खर्च होंगे। मंजूर किए गए कार्यों में से 432 कार्य पूरे हो चुके है जबकि शेष प्रगति पर हैं।
उन्होंने बताया कि अजमेर शहर में अभियान के दूसरे चरण मेंं दो निकायों में 81 लाख 64 हजार रुपए की लागत के 43 कार्य मंंंजूर किए गए हैं । इनमे से 36 कार्य पूरेे हो चुके है और शेष कार्य चल रहे हैं। अभियान के तहत शहरी क्षेत्र की सात बावडिय़ोंंंं का चयन किया गया है और दस सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाए गए हैं। संकलन किए गए वर्षा के पानी का उपयोग बगीचों की सिंचाई के लिए किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में अजमेर शहर की सात बावडिय़ों का जीर्णोद्धार कराया गया है। इनमें तालाब बावड़ी, आम का तालाब, चांद बावड़ी, भांग बावड़ी, कातन बावड़ी, जवाहर की नाड़ी बावड़ी, केला बावड़ी और मलूसर बावड़ी का जीर्णोद्वार करवाया गया है।
सूत्रों ने दावा किया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में जिन इलाकों में कार्य हुए हैं वहां भूजलस्तर बढ़ा है और इलाकों में हरियाली नजर आ रही है।