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औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के एक प्रोफ़ेसर पर एक साल से अधिक समय तक एक छात्रा के साथ कथित रूप से बलात्कार करने तथा उसके माता-पिता को परेशान करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रोफ़ेसर का साथ देने को लेकर उसकी पत्नी को भी प्राथमिकी में नामजद किया गया है क्योंकि उसने कथित रूप से शिकायतकर्ता से कहा था कि उन्हें (उन दोनों को) उससे एक पुत्र चाहिए। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात को बेगमपुरा थाने में भादंसं की सबंधित धाराओं में यह प्राथमिकी दर्ज की गयी।अधिकारी ने बताया कि प्रोफ़ेसर (नाटक विभाग) 2019 से 2021 के दौरान जब ऑनलाइन कक्षाएं लेता था तभी वह शिकायतकर्ता के संपर्क में आया जो अपने शोधनिबंध की तैयारी कर रही थी।
उन्होंने बताया कि प्रोफ़ेसर ने उसका विश्वास जीता और उसे औरंगाबाद में अपने घर पर अपने परिवार के साथ रहने के लिए कथित रूप से राजी कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि फरवरी, 2022 और फरवरी 2023 के दौरान जब शिकायतकर्ता प्रोफ़ेसर के घर पर थी तब उसने कई बार उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया।पुलिस के मुताबिक, जब शिकायतकर्ता ने इस अपराध के बारे में प्रोफ़ेसर की पत्नी को बताया तब उसने उससे कहा कि वे दोनों पति-पत्नी उससे एक पुत्र चाहते हैं।
अधिकारी के अनुसार, बीमार पड़ जाने पर शिकायतकर्ता बुलढाणा में अपने घर लौट गयी लेकिन उसके बाद भी प्रोफ़ेसर फोन पर उसे कथित रूप से परेशान करता रहा और जब महिला ने फोन उठाना बंद कर दिया तब प्रोफ़ेसर उसके पिता को फोन करने लगा। उन्होंने बताया कि तब महिला ने इस कथित बलात्कार के बारे में अपने पिता को बताया और फिर वे सभी विश्वविद्यालय की विशाखा समिति के पास पहुंचे। यह समिति कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायतों को देखती है।
अधिकारी ने बताया कि जब प्रोफ़ेसर को तलब किया गया तब उसने शिकायतकर्ता के घर जाकर उसके माता-पिता को धमकाने की चेष्टा की।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने हाल में शिकायतकर्ता को एक पत्र दिया और उससे कहा कि वह पुलिस से संपर्क कर सकती है। तब पीड़ित ने प्रोफ़ेसर के विरूद्ध शिकायत दर्ज करायी जिसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।