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जालंधर : पंजाब पुलिस द्बारा 'वारिस पंजाब दे’ संगठन से संबंधित गिरफ्तार किए गए युवकों को न्याय दिलाने के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने बुधवार को जिला उपायुक्त को एक मांगपत्र सौंपा। शिअद के जालंधर जिले के जत्थेदार गुरप्रताप सिह वडाला, जत्थेदार कुलवंत सिह मनन, पवन कुमार टीनू, बलदेव खैरा, बचीतर सिह कोहर, परमजीत सिह रेरू, जत्थेदार रणजीत सिह कहलों ने संयुक्त रूप से उपायुक्त जसप्रीत सिह को सौंपे मांग पत्र में कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार द्बारा अघोषित आपातकाल लागू कर बेगुनाह अमृतधारी सिख युवक को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए युवकों को पंजाब से बाहर की जेलों में एक गहरी साजिश के तहत भेजा जा रहा है ताकि सिख समुदाय की छवि को खराब किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन असंवैधानिक तरीकों का प्रयोग किसी भी तरह से उचित नहीं हैं। अकाली नेताओं ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस भी इसी तरह की साजिश करती रही है। उनके नक्शेकदम पर चलते हुए आम आदमी पार्टी और भाजपा ने पंजाब को सामाजिक अस्थिरता की ओर धकेलना शुरू कर दिया है।
पंजाब और पंजाबियों ने पहले ही काफी कुछ झेला है, इसलिए इस तरह की शुरुआत पंजाब के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने पंजाब की कानून-व्यवस्था को सही तरीके से संभालने में अपनी नाकामी दिखाई है। केंद्र की भाजपा सरकार ने पंजाब की जनता को गुमराह किया है। नेताओं ने मांग की कि इन निर्दोष सिख युवकों को तुरंत रिहा किया जाए और पंजाब में पहले की तरह शांति कायम की जाए।