- SHARE
-
जानकारी देते हुए RBI गवर्नर ने कहा कि अगली तिमाही में अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी अच्छी रह सकती है। इसलिए उसने अगली तिमाही के लिए अपने अनुमान बढ़ा दिए हैं। तीसरी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 7.4 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है, जो पहले 7.2 प्रतिशत थी। चौथी तिमाही में देश की जीडीपी वृद्धि दर 7.4 रहने का अनुमान है, जो पहले 7.3 थी। महंगाई के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक की लड़ाई जारी रहेगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने MPC बैठक के बाद अपने फैसले में इसके संकेत दिए हैं। RBI MPC बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए गवर्नर ने कहा कि RBI के रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा।
इसका मतलब है कि RBI MPC ने लगातार 10वीं बार रेपो रेट को स्थिर रखा है। साथ ही उसने अपना रुख तटस्थ रखा है। RBI MPC के 6 में से 5 सदस्यों ने ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। फरवरी 2023 से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार 10वीं बार अपनी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन उसने अपना रुख तटस्थ रखा है। इसका मतलब है कि दिसंबर या फरवरी महीने में ब्याज दरों में कटौती के संकेत हैं। आरबीआई गवर्नर ने इस एमपीसी घोषणा में ब्याज दरों में कटौती के लिए पूरी तरह से मंच तैयार कर दिया है। इस घोषणा के बाद शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल रही है। निफ्टी में 167 अंकों की बढ़त देखने को मिल रही है। वहीं सेंसेक्स 82 हजार अंकों को पार कर गया है।
आरबीआई एमपीसी के 6 में से 5 सदस्यों ने ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। फरवरी 2023 के बाद रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे पहले आरबीआई ने मई 2022 से फरवरी 2023 तक रेपो रेट में 2.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। जिसके बाद रेपो रेट गिरकर 6.5 फीसदी पर आ गई थी। जो अभी भी उसी स्तर पर है। वहीं, उम्मीद थी कि यूरोपीय सेंट्रल बैंक और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद आरबीआई भी अपनी नीति में बदलाव करेगा। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला।
अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी
आरबीआई गवर्नर ने जानकारी देते हुए कहा कि अगली तिमाही में अर्थव्यवस्था काफी अच्छी रह सकती है। इसलिए उसने अगली तिमाही के लिए अपने अनुमान बढ़ा दिए हैं। देश की अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में 7.4 फीसदी की दर से बढ़ सकती है, जो पहले 7.2 फीसदी थी। चौथी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.4 रहने का अनुमान है, जो पहले 7.3 थी। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी रहने का अनुमान है, जो पहले 7.2 फीसदी थी। हालांकि, आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए ग्रोथ रेट को 7.2 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है। वहीं, दूसरी तिमाही के ग्रोथ अनुमान को आरबीआई ने 7.2 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया है।
PC- BUSINESS STANDARD