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इंटरनेट डेस्क। इस डिजिटल दौर में लोगों को जितनी सुविधा मिली है उसके साथ उतने ही नुकसान भी मिले है। लोग कई बार अपने फायदे के लिए घर बैठे सारे काम कर लेते है। लेकिन उसके साथ ही साइबर फ्रॉड के मामले भी काफी बढ़े हैं। ऐसे में आज बता रहे है की आप किसी वेबसाइट पर जाकर कुछ सर्च करते है या फिर काम करते है तो कोई गलती तो नही कर रहे है या फिर असली की जगह नकली वेबसाइट पर कुछ करने लगे हो तो आपके साथ धोखाधड़ी हो गई हो। ऐसे में जानते है असली और नकली वेबसाइट के बारे में।
यूआरएल चेक करें
आप किसी वेबसाइट पर कुछ काम करने जा रहे है तो पहले उसके यूआरएल को जरूर चेक अगर यूआरएल की स्पेलिंग में कोई गलती दिखती है। इस स्थिति में समझ जाइए कि वह वेबसाइट फर्जी है।
ये डिटेल भी करें चेक
आपकों बता दे की नकली वेबसाइट की डिजाइनिंग भी असली वेबसाइट की तरह ही करते है। नकली वेबसाइट पर आपको कंपनी से जुड़ी जरूरी जानकारियां कॉन्टेक्ट डिटेल्स, ऑफिस का एड्रेस, रिटर्न से जुड़ी पॉलिसी नहीं मिलेंगे। नकली वेबसाइट पर आपको किसी प्रोडक्ट की आधी अधूरी जानकारी मिलेगी। ऐसे में आपकों इन सबसे बचना है।