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इंटरनेट डेस्क। आपके कम से कम दो बैंकों में खाते जरूर होंगे। जिसमें लोगों का सेविंग अकाउंट जरूर होता है तो वहीं एक अकाउंट आपका आपके ऑफिस वाले खुलवा देते है जो आपका सैलेरी अकाउंट बन जाता है। इस उकाउंट पर हर महीने सैलरी आती है। ऐसे में आज हम जानते हैं कि आखिर सेविंग अकाउंट और सैलरी अकाउंट में क्या अंतर होते है।
सेविंग अकाउंट
बता दें की आप सेविंग अकाउंट किसी भी बैंक में जाकर खुलवा सकते हैं। इसके लिए आपको बैंक में कुछ दस्तावेज देने होंगे। इसके बाद आप इसमें पैसा जमा करवा सकते है और निकलवा सकते है।
सैलरी अकाउंट
वहीं सैलरी अकाउंट आप खुद से नहीं खुलवा सकते हैं। बैंक किसी कंपनी या कॉर्पाेरेशन के रिक्वेस्ट पर ही सैलरी अकाउंट खोल सकता है। ऐसे एक सैलरी अकाउंट आमतौर पर एम्प्लोयर की तरफ से कर्मचारी को सैलरी देने के लिए बैंक में खोला जाता है।
pc- patrika.com