- SHARE
-
देश का सबसे बड़ा ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) देश भर में अपनी भौतिक उपस्थिति बढ़ाने के लिए इस साल 300 शाखाएं खोलने की योजना बना रहा है। विस्तार का उद्देश्य अंतिम कड़ी तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाना है. बैंक की रणनीति डिजिटल रूप से भी विस्तार करने की है, ताकि सेवाओं की डिलीवरी में तेजी लाई जा सके।
भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि वह 300 नई शाखाएं खोलने जा रहा है. इस साल के अंत तक नई शाखा को सक्रिय करने की तैयारी चल रही है। आपको बता दें कि फिलहाल देशभर में 22,405 शाखाएं और 235 विदेशी शाखाएं और कार्यालय हैं। नई शाखाएं खुलने से एसबीआई का कुल घरेलू नेटवर्क 23,000 शाखाओं तक पहुंच जाएगा।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि हम डिजिटली विस्तार पर विचार कर रहे हैं। दूसरी ओर, भौतिक विस्तार की दृष्टि से हम चालू वर्ष में लगभग 300 नई शाखाएँ जोड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये शाखाएं कहां खोली जाएंगी यह शाखाओं की जरूरत और क्षमता पर निर्भर करता है. उन्होंने यह भी कहा कि बैंक सिर्फ शाखाओं और डिजिटल पर ही नहीं बल्कि बिजनेस कॉरेस्पोंडेंस पर भी फोकस कर रहा है.
एसबीआई चेयरमैन ने कहा कि हम समझ रहे हैं कि ग्राहकों की जरूरतें क्या हैं और उसी के अनुरूप हम माध्यम उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे हमें अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। एसबीआई के प्रबंध निदेशक खुदरा कारोबार एवं परिचालन आलोक कुमार चौधरी ने कहा कि हमारी रुचि मौजूदा फ्रेंचाइजी के साथ संबंधों को गहरा करने और हमारे पास पहले से मौजूद संपत्तियों को विकसित करने में है।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि चालू वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) लगभग 3.5 प्रतिशत रहेगा। गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में गिरावट, उच्च ऋण वृद्धि आदि के कारण जून में समाप्त तीन महीनों में एसबीआई ने अपना अब तक का सबसे अधिक 16,884 करोड़ रुपये का तिमाही लाभ दर्ज किया है। एक साल पहले की तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 6,068 करोड़ रुपये था।