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इंटरनेट डेस्क। नौकरी करने और उसके साथ ही अपने घर से बाहर रहने के चक्कर में हर कोई व्यक्ति दूसरे शहर में जाकर किराए का घर लेता है। ऐसे में उसे कई चिजो का सामाना करना पड़ता है। अगर आप भी मकान किराए पर ले रहे है तो सबसे पहले तो आपको रेंट एग्रीमेंट बनवाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
अगर आप एग्रीमेंट नहीं बनवाते हैं तो आगे जाकर मुसीबत में पड़ सकते हैं। ऐसे में आप एग्रीमेंट बनवाते है तो उसमें किरायेदार और मकान मालिक की शर्तें लिखी होती हैं। जो दोनों ही पार्टी को सहमति होने के बाद साइन करनी होती है।
जानते कुछ बाते
कोई भी प्रॉपर्टी को किराये पर देने से पहले किरायेदार के बारे में अच्छे से खोजबीन कर लें।
आपका घर है ऐसे में आपको किराया खुद को तय करना है
कानूनी तौर पर नार्मल किरायेदारी 11 महीने की होती है। ऐसे में सोच समझकर समय तय करे
किरायेदार अगर एग्रीमेंट में दी गई शर्तों को नहीं मानता है तो मकान मालिक उसे प्रॉपर्टी खाली करने के लिए कह सकता है
किराया देने के लिए मकान मालिक को एक निर्धारित डेट फिक्स करनी होगी
pc- ehapurnews.com