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RBI UDGAM पोर्टल: लावारिस जमा की सूची बैंकों द्वारा अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित की जाती है। जमाकर्ताओं और लाभार्थियों के लिए ऐसे डेटा तक पहुंच को आसान बनाने के लिए, रिज़र्व बैंक ने एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म बनाने का निर्णय लिया है।
अगर आप भी लंबे समय से किसी बैंक में जमा अपने पैसे पर दावा नहीं कर पाए हैं तो यह खबर आपको जरूर राहत देगी। जी हां, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जनता की सुविधा के लिए सेंट्रलाइज्ड वेब पोर्टल उदगम (UDGAM) लॉन्च किया गया है। पोर्टल लॉन्च करने का उद्देश्य बैंकों में लंबे समय से जमा लावारिस धन का पता लगाना है। जनता की सुविधा के लिए शुरू किए गए इस पोर्टल के जरिए विभिन्न बैंकों में जमा लावारिस रकम का पता लगाना आसान हो जाएगा।
एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने का लक्ष्य
आरबीआई ने ग्राहकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर कई बैंकों में लावारिस जमा की खोज करने की सुविधा देने के लिए यह प्लेटफॉर्म बनाया है। लावारिस जमा की सूची बैंकों द्वारा अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित की जाती है। जमाकर्ताओं और लाभार्थियों के लिए ऐसे डेटा तक पहुंच को आसान बनाने के लिए, रिज़र्व बैंक ने एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म बनाने का निर्णय लिया है। इससे यूजर के इनपुट के आधार पर अलग-अलग बैंकों में संभावित लावारिस जमा का पता लगाया जा सकेगा.
इन बैंकों का विवरण उपलब्ध होगा
अप्रैल 2023 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लावारिस जमा को ट्रैक करने के लिए एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल लॉन्च करने की घोषणा की थी। आरबीआई द्वारा शुरू किए गए इस पोर्टल पर फिलहाल भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, धनलक्ष्मी बैंक लिमिटेड, साउथ इंडियन बैंक मौजूद हैं। लावारिस जमा के बारे में जानकारी साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड, डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड और सिटी बैंक में उपलब्ध है।
अन्य बैंकों की जानकारी भी अपलोड की जाएगी।
UDGAM पोर्टल के लॉन्च से लोगों को लावारिस बचत खातों या FD की पहचान करने में मदद मिलेगी। ऐसे लोग इसके जरिये जमा राशि का दावा कर सकेंगे या संबंधित बैंकों में अपने जमा खाते दोबारा शुरू कर सकेंगे. रिजर्व बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, फिलहाल यूजर्स पोर्टल पर मौजूद सात बैंकों के संबंध में लावारिस जमा की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. इसके अलावा आने वाले समय में अन्य बैंकों से जुड़ी जानकारी भी धीरे-धीरे वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।
आपको बता दें कि फरवरी 2023 तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने लगभग 35,000 करोड़ रुपये की लावारिस जमा राशि आरबीआई को हस्तांतरित कर दी थी। यह पैसा ऐसे खाते से जुड़ा था जो 10 साल या उससे अधिक समय से नहीं चल रहा था. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पास सबसे अधिक 8,086 करोड़ रुपये की लावारिस राशि है। इसके अलावा पीएनबी में 5,340 करोड़ रुपये, केनरा बैंक में 4,558 करोड़ रुपये और बैंक ऑफ बड़ौदा में 3,904 करोड़ रुपये लावारिस हैं।