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इंटरनेट डेस्क। नया घर खरीदना और या फिर कार खरीदनी हो तो हमको कुछ पैसा लोन के माध्यम से लेना पड़ता है और इसके लिए बैंक जाना पड़ता है। ऐसे में जाते ही जैसे ही लोन की बात शुरू होती है तो पहले ही प्रोसेसिंग फीस के बारे में बता दिया जाता है। लेकिन अब भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बड़ी राहत दी है और वो ये की लोन के साथ लगने वाले डॉक्यूमेंटेशन, प्रोसेसिंग शुल्क और अन्य तरह के चार्ज अलग से नहीं देने होंगे। अब ये उनके लोन के ब्याज में ही जुड़ जाएंगे।
बता दें की की आरबीआई लंबे समय से ग्राहकों के लिए लोन और उससे जुड़े सिस्टम को ट्रांसपरेंट बनाने की कोशिश में लगा है। फिर चाहे लोन की रिकवरी के लिए नियमों का बनाना हो या लोन पर वसूले जाने वाले ब्याज को रेपो रेट से लिंक करना। ऐसे में अब आरबीआई ने लोन प्रोसेसिंग फीस और डॉक्यूमेंटेशन चार्जेस को लेकर भी ऐसा ही किया है।
मीडिया रिपाटर्स की माने तो अब आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वह लोन पर लगने वाले अन्य शुल्कों को उनके ब्याज दर में ही जोड़ दें। ताकि ग्राहकों को ये पता लग सके कि उन्हें अपने लोन पर कितना वास्तविक ब्याज देना है।
PC- bfsi.economictimes.indiatimes.com
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