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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में लगी रिफाइनरी का सपना राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संजोया था। इस रिफाइनरी की आधारशिला 22 सितंबर 2013 को तात्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने रखी थी। इसके बाद सरकारें बदलती गई और काम चलता गया कभी बीच में सरकारों के बदलने के साथ काम रूका भी।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 16 जनवरी 2018 के उद्घाटन के बाद प्रोजेक्ट पर काम एक बार फिर से शुरू हो गया। अब इसकों लेकर काम जोरों से चल रहा है। सरकारी क्षेत्र की तेल कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड रिफाइनरी प्लांट तैयार करने पर काम तेजी कर रही है।
केंद्र सरकार ने जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रिफाइनरी प्रोजेक्ट के उद्घाटन का लक्ष्य रखा है। लेकिन रिफाइनरी की लागत जो आंकी गया गई थी उसमें करीब 70 फीसदी का उछाल आ चुका है। खबरों की माने तो 2018 में बाड़मेर रिफाइरी की लागत 43129 करोड़ रुपये आंकी गई थी जो अब बढ़कर 72,000 करोड़ रुपये हो चुकी है। इसका निर्माण पूरा होने के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।