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केंद्रीय कर्मचारी
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने 1 जून 2020 को कोरोना काल में बेरोजगार हुए रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना शुरू की थी.
योजना के तहत 20 जुलाई 2023 तक 38.53 लाख लाभार्थियों को 6492 करोड़ रुपये जारी किये जा चुके हैं. केंद्र सरकार ने अधिक से अधिक लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए पीएम स्वनिधि योजना एप्लीकेशन भी लॉन्च की है।
पीएम स्वनिधि योजना के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर बनकर देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे हैं। योजना के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 20 जुलाई 2023 तक 38.53 लाख लाभार्थी इस योजना का लाभ उठा चुके हैं. इन लाभार्थियों को 50.63 लाख ऋण दिए गए हैं, जिनकी राशि 6492 करोड़ रुपये थी। योजना के लाभार्थियों में 15.79 लाख महिलाएं और 230 ट्रांसजेंडर हैं।
पीएम स्वनिधि योजना के लाभ
पीएम स्वनिधि योजना का उद्देश्य रेहड़ी-पटरी वालों को बिना किसी गारंटी के अपना व्यवसाय शुरू करने और विस्तार करने के लिए कार्यशील पूंजी ऋण यानी लागत पूंजी ऋण की सुविधा प्रदान करना है।
एक वर्ष की अवधि के लिए बिना किसी गारंटी के 10,000 रुपये तक की कार्यशील पूंजी ऋण सुविधा प्रदान करना। इस ऋण की समय पर चुकौती पर 20,000 रुपये की दूसरी किस्त और 50,000 रुपये के ऋण की सुविधा प्रदान करना।
प्रति वर्ष 7 प्रतिशत की दर से ब्याज सब्सिडी के माध्यम से नियमित पुनर्भुगतान को प्रोत्साहित करना।
प्रति वर्ष 1,200 रुपये तक कैशबैक के माध्यम से डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करना।
पीएम स्वनिधि योजना के लिए आवेदन की विधि
पीएम स्वनिधि योजना के तहत आवेदन के लिए पीएम स्वनिधि की आधिकारिक वेबसाइट https://pmsvanidih.mohua.gov.in/ पर रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. इसके अलावा पीएम स्वनिधि मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करके भी आवेदन किया जा सकता है।