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pc: amarujala
जहाँ विभिन्न राज्य कई योजनाएँ चलाते हैं, वहीं केंद्र सरकार भी कई लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएँ चलाती है। किसानों के लिए ऐसी ही एक योजना है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि । इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर चार महीने में ₹2,000 की तीन किस्तें मिलती हैं। 18 जून, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पात्र किसानों के बैंक खातों में 17वीं किस्त ट्रांसफर की। हालाँकि, कुछ किसानों को अभी भी अपनी किस्त नहीं मिली है। आइए देरी के पीछे के कारणों का पता लगाते हैं और क्या लंबित किस्तें अभी भी प्राप्त की जा सकती हैं।
17वीं किस्त में देरी के कारण:
यदि आपकी भूमि सत्यापन अधूरा है, तो आपको किस्त नहीं मिल सकती है।
जिन किसानों ने अपना ई-केवाईसी पूरा नहीं किया है, उन्हें लाभ से बाहर रखा जा सकता है।
बैंक खाता संख्या में त्रुटियाँ या बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक न होना भी देरी का कारण बन सकता है।
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क्या लंबित किस्त अभी भी प्राप्त की जा सकती है?
17वीं किस्त से 9.26 करोड़ पात्र किसानों को लाभ मिला, जिस पर सरकार ने 20,000 करोड़ रुपये खर्च किए। अगर आप पात्र हैं, लेकिन आपको किस्त नहीं मिली है, तो आप देरी का कारण बनने वाली समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इन चरणों को पूरा करने से राज्य सरकार आपका नाम साफ़ करके केंद्र सरकार को भेज सकती है, जिसके बाद आपको लंबित किस्त मिल सकती है।
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ई-केवाईसी: अगर आपकी किस्त ई-केवाईसी के कारण लंबित है, तो इसे आधिकारिक पीएम-किसान पोर्टल (pmkisan.gov.in) के माध्यम से पूरा करें या किसी नज़दीकी सीएससी केंद्र पर जाएँ।
भूमि सत्यापन: अगर यह आपकी देरी का कारण है, तो अपने नज़दीकी कृषि कार्यालय में यह प्रक्रिया पूरी करें।
बैंक विवरण सही करें: अपने बैंक खाते का विवरण अपडेट करें और अपनी बैंक शाखा में जाकर सुनिश्चित करें कि आपका आधार कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़ा हुआ है।
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