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आज के समय में एटीएम का उपयोग लगभग हर व्यक्ति करता है, लेकिन छोटी-छोटी लापरवाहियां भारी आर्थिक नुकसान का कारण बन सकती हैं। ATM फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जैसे कि कार्ड क्लोनिंग और डाटा चोरी। इसलिए, एटीएम का उपयोग करते समय कुछ जरूरी सावधानियां बरतना आवश्यक है।
कैसे होता है एटीएम फ्रॉड?
हैकर्स एटीएम मशीन के कार्ड स्लॉट में स्किमिंग डिवाइस लगाते हैं, जो आपके कार्ड की जानकारी चोरी कर सकते हैं। इसके अलावा, गुप्त कैमरों के जरिए आपके पिन नंबर को ट्रैक किया जा सकता है। यह डिवाइस आपके कार्ड की डिटेल्स को स्कैन करके हैकर्स तक पहुंचाते हैं, जिससे वित्तीय धोखाधड़ी होती है।
ATM फ्रॉड से बचने के उपाय
- पिन नंबर छिपाकर डालें:
- पिन दर्ज करते समय अपने दूसरे हाथ से कीपैड को ढकें ताकि गुप्त कैमरे पिन रिकॉर्ड न कर सकें।
- कार्ड स्लॉट की जांच करें:
- एटीएम कार्ड स्लॉट में कोई छेड़छाड़ या ढीलापन न हो। यदि हरी लाइट जलती हो, तो मशीन आमतौर पर सुरक्षित होती है।
- एटीएम कैमरे पर नजर रखें:
- मशीन के आसपास किसी असामान्य डिवाइस या गुप्त कैमरे की जांच करें।
- किसी अनजान व्यक्ति से मदद न लें:
- अगर आप एटीएम से पैसे निकालने में असमर्थ हैं, तो किसी अजनबी को अपनी मदद के लिए न कहें।
अगर आप एटीएम धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं तो क्या करें?
- तुरंत पुलिस को सूचित करें।
- सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत पुलिस को प्रदान करें।
- अपनी बैंक शाखा को तुरंत घटना की जानकारी दें और कार्ड ब्लॉक करवाएं।
- घटना की रिपोर्ट जितनी जल्दी होगी, हैकर्स तक पहुंचने में उतनी मदद मिलेगी।
सुरक्षा के लिए विशेष सुझाव
ATM का उपयोग करते समय हमेशा सतर्क रहें और उपरोक्त सुरक्षा उपायों का पालन करें। आपकी थोड़ी सी सावधानी आपको धोखाधड़ी और वित्तीय नुकसान से बचा सकती है।
याद रखें: किसी भी अनजान व्यक्ति से मदद मांगने से बचें और अपनी निजी जानकारी गोपनीय रखें।