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गोल्ड हॉलमार्किंग शुल्क: भारत में आज से त्योहारी सीजन (फेस्टिव सीजन 2023) शुरू हो गया है। नवरात्रि से लेकर धनतेरस और दिवाली तक लोग जमकर सोना खरीदते हैं। इस साल सरकार ने 1 जुलाई 2023 से सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि एक बार आभूषण पर हॉलमार्किंग हो जाने के बाद यह जीवनभर वैध रहती है। सरकार ने 8 सितंबर 2023 से सोने के आभूषणों में हॉलमार्किंग का तीसरा चरण लागू कर दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि हॉलमार्किंग क्या है और सरकार ने इसे सोने के आभूषणों के लिए अनिवार्य क्यों किया है। जानिए इसके बारे में.
हॉलमार्किंग क्या है?
सरकार ने 1 जुलाई 2023 से सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। ऐसे में अब किसी भी तरह का सोना खरीदते समय उस पर हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) नंबर होना जरूरी है। हॉलमार्किंग से पता चलता है कि सोने की शुद्धता कितनी है। हर हॉलमार्क वाली ज्वेलरी पर 6 अंकों का HUID यानी हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन डिजिट होता है। इस अंक के जरिए आप सोने की शुद्धता की जांच बीआईएस केयर ऐप के जरिए ऑनलाइन कर सकते हैं।
बीआईएस केयर ऐप के जरिए सोने की शुद्धता कैसे जांचें-
अगर आप अपने सोने की शुद्धता जांचना चाहते हैं तो बीआईएस केयर ऐप के जरिए जांच कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर पर जाएं और ऐप डाउनलोड करें।
यहां आप अपनी जरूरत के अनुसार हिंदी या अंग्रेजी भाषा का चयन कर सकते हैं।
इसके बाद आप चेक लाइसेंस डिटेल्स के विकल्प पर जाएं और वेरिफाई एचयूआईडी के विकल्प को चुनें।
इसके बाद यहां HUID नंबर डालें और कुछ ही मिनटों में आपको ज्वेलरी से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी।
हॉलमार्किंग के लिए कितना चार्ज लगेगा?
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने 4 मार्च 2022 को एक अधिसूचना जारी कर सोने के आभूषणों में हॉलमार्किंग के लिए शुल्क 35 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये कर दिया है. चांदी के आभूषणों की हॉलमार्किंग 25 रुपये से बढ़ाकर 35 रुपये कर दी गई है। वहीं, सोने के आभूषणों में 200 रुपये और चांदी के आभूषणों में 150 रुपये सर्विस चार्ज लिया जाएगा।