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इंटरनेट डेस्क। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ की ओर एक नियम में बदलाव किया गया है। इस नियम में बदलाव होने से 78 लाख से ज्यादा पेंशनर्स को राहत मिली है। अब डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट से पेंशन प्रोसेस को बेहद आसान बनाया गया है। नए नियम के तहत अब लोगों के पास जीवन प्रमाण पत्र घर बैठे ही सब्मिट करने का विकल्प होगा।
ईपीएफओ की ओर से बायोमेट्रिक आधारित डीएलसी स्वीकार किया जाता है। जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पेंशनभोगी को किसी बैंक, डाकघर या कॉमन सर्विस सेंटर के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की इस सुविधा का बड़ी संख्या में इस्तेमाल किया जा रहा है। फेशियल ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी आधारित डीएलसी जमा कराने वाले पेंशनर्स की संख्या अब बढक़र 6.6 लाख हो गई।
इस कारण कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने शुरू की है ये सुविधा
लोगों के पास घर बैठे फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी की सहातया से जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने का मौका है। लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराने में पेंशनर्स को आने वाली तमाम परेशानियों और लगातार मिलने वाली शिकायतों को देखते हुए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से पेंशनधारकों के लिए डीएलसी सर्विस मुहैया कराई थी।
इस प्रकार काम करता है फेस रेकग्निश्न ऐप
इसकी सहायता से पेंशनर्श के पास घर बैठे अपने स्मार्टफोन की सहायता से लाइफ सर्टिफिकेट सब्मिट करने का मौका होता है। इसमें चेहरे के स्कैन से पेंशनभोगी की पहचान तुरंत हो जाती है। फेस रेकग्निश्न ऐप के माध्यम से यूडीएआई आधार डेटाबेस पहचान का काम किया जाता है।
PC: cnbctv18
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