- SHARE
-
सोशल मीडिया पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े पुराने भ्रष्टाचार के मामलों की चर्चा जोर पकड़ रही है। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (EPS-95) के तहत पेंशन फंड के दुरुपयोग और घोटालों से संबंधित आरोप लगाए गए हैं। विजय कपोटे द्वारा किए गए दावों ने इस मुद्दे को और भी गर्मा दिया है।
पुराने घोटाले और दुरुपयोग के दावे:
- 2019 की ऑडिट रिपोर्ट: EPS-95 पेंशन फंड का अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने की जानकारी सामने आई।
- 2020 का घोटाला: पेंशन फंड की राशि नकली खातों में ट्रांसफर किए जाने का मामला उजागर हुआ।
- 2018 की चोरी: EPS-95 के फंड की राशि को चोरी कर नकली खाते में डाले जाने का मामला।
विजय कपोटे ने दावा किया कि इन घटनाओं ने न केवल पेंशनभोगियों का भरोसा तोड़ा, बल्कि पेंशन फंड से जुड़े कई गंभीर सवाल खड़े किए।
सोशल मीडिया पर बहस:
पेंशनभोगियों के मंच पर इन घटनाओं की जानकारी साझा की गई, जिससे सरकार पर कार्रवाई करने का दबाव बन रहा है। यदि ये आरोप सही हैं, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, यदि यह अफवाह है, तो सरकार को इसे तुरंत खारिज करना चाहिए।
सरकार की प्रतिक्रिया:
घटनाओं के दावों को ध्यान में रखते हुए, कई मामलों का पर्दाफाश और कार्रवाई की जा चुकी है। लेकिन इस पर आगे भी गंभीर जांच की आवश्यकता है ताकि पेंशनभोगियों का विश्वास बना रहे।