नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रविवार को जानकारी दी है कि जल्द ही बाजार में 20 रुपए और 50 रुपए के नए नोट जारी करेगा। नए नोट जारी होने के साथ ही पुराने नोट भी मान्य रहेंगे। भारत में करेंसी नोटों में कई बार परिवर्तन किए जा चुके हैं।
19वीं और 20वीं शताब्दी में भी 20 रुपए के कई नोट चलन में रहे हैं। जबकि 50 रुपए के नोट 20वीं शताब्दी के शुरूआत हुई और अब एक बार फिर बदला जा रहा है। 19वीं शताब्दी में 15 मई 1862 में 20 रुपए के नोट सबसे पहले आने शुरू हुए थे। 20वीं शताब्दी के शुरूआत में 26 फरवरी 1901 को 20 रुपए का नया नोट आया। 20 रुपए का वह नोट सफेद रंग का हुआ करता था।
उस नोट में हिन्दी, उर्दू, बांग्ला और गुजराती भाषा में ‘बीस रुपये‘ लिखा हुआ करता था। 1983 में 20 रुपए का नया नोट आया। जिसमें अशोक चक्र का लोगो बना हुआ था और पीछे की ओर भगवान बुद्ध का चक्र बना हुआ था। हालांकि यह नोट अभी भी आपको कभी-कभार दिख जाएगी। इसके बाद 2001 में नया नोट चलन में आया, जिसमें महात्मा गांधी का चित्र बना हुआ है और नोट के पीछे की ओर समुद्र के किनारा चित्रित किया गया है।
वर्तमान समय में यही नोट चलन में है। लगभग 16 साल बाद फिर 20 रुपए के नए नोट भारतीय बाजारों में दिखेंगे। 20वीं शताब्दी की शुरूआत में 50 रुपए का पहला नोट चलन में आया। 27 अगस्त 1919 में 50 रुपए के नोट में भारतीय बाजारों में उपलब्ध हुआ।
ब्रिटिश शासन काल होने के वजह से उस वक्त अंग्रेजी भाषा के साथ नोट पर भारत की 8 भाषाओं में पचास रुपए लिखा हुआ था। नोट सफेद रंग कर था। उसके बाद सन 1930 में 50 रुपए के नोट में परिवर्तन हुआ। उस नोट के दाहिने ओर ङ्क्षकग जॉर्ज पंचम का चित्र हुआ करता था।
1983 में भारत में 50 रुपए का नया नोट आया जिसमें आगे की ओर अशोक चक्र, जबकि पीछे की ओर संसद भवन की तस्वीर थी। लगभग 16 साल बाद 1996 में 50 रुपए का नया नोट आया जिसमें आगे की ओर गांधीजी की तस्वीर है, जबकि पीछे की ओर पहले की नोट की तरह संसद भवन की तस्वीर लगी है।
यह नोट आज भी चलन में है। हालांकि समय दर समय इस नोट में छोटे-छोटे परिवर्तन किए जाते रहें। 20 साल के बाद एक बार फिर 50 के नोट आएंगे।