रांची। झारखंड की राजधानी रांची के पास एक गांव के 15 से अधिक परिवार पेड़ों पर अपनी जिंदगी गुजारने के लिए मजबूर हैं। दरअसल, हाथियों ने इस पूरे के पूरे गांव की फसलें तबाह कर दी है। उनके घर बर्बाद कर दिये। ऐसे में पूरा गांव अपनी जमीन छोडऩे के लिए मजबूर हो गया है।
गांव के कुछ लोग काम की तलाश में शहर आ गए हैं वहीं गांव में जिंदगी गुजार रहे लोगों को हाथियों से अपनी जान का खतरा है। रांची से 45 किलोमीटर दूर बुंडु गांव के लोहराटोला में रहने वाले 15 परिवारों ने अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों पर अपना घर बनाया है।
खुद को हाथियों से बचाने के लिए ये लोग पेड़ों पर सोते हैं। हाथियों के एक झुंड ने पिछले साल उनके घरों को बर्बाद कर दिया था। पिछले कुछ सालों में 154 हाथियों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों की माने तो हाथियों के आने-जाने के रास्ते पर लोगों ने घर बना लिए हैं।
इसी वजह हाथी गुस्से में इंसानी बस्ती बर्बाद कर रहे हैं। झारखंड के वन एवं पर्यावरण सचिव सुखदेव सिंह ने कहा हम लोग पेड़ों पर रहने वाले परिवारों को हर संभव मदद के लिए तत्काल एक वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम भेजेंगे। रांची-जमशेदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से यात्रा करने वाले लोगों के बीच हाथियों के झुंड ने डर पैदा कर दिया है। हाथियों के इधर-उधर भटकने के कारण राजमार्ग कई घंटे तक जाम रहता है।
गौरतलब है कि किस तरह से झारखंड हाथियों के उत्पात की तबाही से जूझ रहा है। इन हाथियों का झुंड खड़ी फसलों और घरों को बर्बाद कर लोगों को भी मार डालते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2000 के नवंबर में बिहार से अलग राज्य झारखंड के गठन के बाद यहंा अब तक हाथियों के उत्पात की वजह से 1000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।