इंसान प्राकृतिक खूबसूरती का भरपूर मजा तभी उठा सकता है जब वहां का वातावरण बिल्कुल शांत और सुखद हो। अगर आप भी ऐसे ही किसी शांत स्थान की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए लद्दाख की त्सो मोरीरी झील का किनारा सबसे उपयुक्त स्थान है। यह झील लद्दाख की एकांत घाटी, रुपशु में स्थित है। यह एक पर्वतीय झील भी है, यह चारों तरफ से उद्दात पहाड़ों और खूबसूरत दृश्यों से घिरी हुई है।
दुबई की शान है यहां का मिरेकल गार्डन
झील से पानी का निकास न होने के कारण यह एक खारे पानी की झील है और इसके जलागम का मुख्य स्रोत पहाड़ों पर की पिघलने वाली बर्फ़ है। कुछ लोग इसे अवशिष्ट झील भी मानते हैं और इसके खारे जल को पुरा कालीन टीथीज सागर का अवशेष बताते हैं। त्सो मोरीरी झील के तट पर ही बौद्ध धर्म का धार्मिक स्थल, कोरज़ोक गोम्पा मठ स्थित है ।
यहां खाना, पीना, रहना सब है सस्ता
यहां गौतम बुद्ध के साथ-साथ अन्य बौद्ध धर्मावलंबियों की भी मूर्तियां स्थापित हैं। पहले किसी ज़माने में यह रुपशु घाटी का मुख्यालय हुआ करता था। यह कोरज़ोक रिनपोचे के अन्तर्गत एक स्वतंत्र मठ है, जिसे व्यापक रूप से लांगना रिनपोचे के रूप में भी जाना जाता है। यहां का शांत वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
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