मथुरा। तीन लोक से न्यारी कान्हा की नगरी मथुरा के दो गांवों में खेली जाने वाली होली देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों के आकर्षण का केन्द्र भी होती है। ब्रज की होलियों में बरसाना, नन्दगांव की लठामार होलियां, मुखराई के चरकुला, बल्देव के हुरंगा एवं मोरकुटी के मयूर नृत्य ने यदि अपनी पहचान विश्व के कोने-कोने में पहुंचाने में सफलता पाई हैं तो छाता तहसील के दो गांवों जटवारी और फालैन गांव में इन गावों का ही पण्डा होलिका की आग से होकर निकलता है।
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इस बार 12 मार्च की रात दोनों गांवों में पण्डे होलिका की लपटों से होकर निकलेंगे। इन दोनों ही गावों के बीच की दूरी यद्यपि दस किलोमीटर है मगर एक गांव में होलिका शाम को और दूसरे गांव में तड़के तब जलाई जाती है जबकि इन गावों के पण्डे दीपक की लौ से आग जलाने का निर्धारण करते हैं।
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उधर, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अरूण कुमार सिंह ने बताया कि दोनों ही गांवों में पर्याप्त सुरक्षा बल लगाया गया है। महिलाओं से छेड़छाड़ एवं गुंडागर्दी रोकने के लिए प्रमुख स्थानों पर सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा फायर ब्रिगेड की गाड़ी, डाक्टरों की एक टीम एवं एक एम्बुलेंस भी इन गावों में तैनात रहेगी।-एजेंसी
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