प्रकृति ने अरुणाचल को अपने हाथों से सजाया है। यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों से अरुणाचल सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चला रही है। अरुणाचल में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सब कुछ है, सिर्फ मार्केटिंग की जरूरत है। अरुणाचल का शांत माहौल यहां की सबसे बड़ी विशेषता है। अरुणाचल में अपराध का ग्राफ बेहद कम है। यहा के लोग सामान्यत सीधे हैं। अन्य पर्यटन स्थलों की तरह यहां के स्थानीय लोग पर्यटकों को ठगते नहीं बल्कि उल्टे ठगे जाते हैं। यहां आपको बहुत कुछ देखने को मिलेगा। चलिए चलते हैं अरूणाचल की सैर पर
ईटानगर :-
हिमालय की गोद में बसी अरूणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर बहुत ही खूबसूरत है। यहां वाइल्ड लाइफ रिफ्यूज, जू, जंगल, बौद्ध संस्कृति को करीब से देखने का अनुभव मिलेगा।
रोइंग :-
रोइंग शहर दिबांग घाटी में है। यहां झील और नदियों के किनारे बैठकर घंटों सुकून के पल बिताए जा सकते हैं।
पक्के टाइगर रिजर्व :-
पक्के एक टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट है, अगर आपको कैम्पिंग का शौक है तो यह जगह बेस्ट है। रंगबिरंगी तितलियां यहां की खूबसूरती खूब बढ़ाती हैं। वैसे यहां जंगल में आपको शेर भी दिख सकता है।
भालुकपोंग :-
बोमडिला से 100 किमी. की दूरी पर है भालुकपोंग। यह कामेंग नदी के किनारे बसा है। यह जगह एडवेंचर लवर्स को बहुत पसंद आएगी, राफ्टिंग के लिए भी यह अच्छा ऑप्शन है।
सेला पास :-
यह अरुणाचल के तवांग जिले में है। सेला पास एक बहुत ऊंचाई वाला पहाड़ी रास्ता है जहां आप बर्फीली पहाड़ियों को देखने का मजा ले सकते हैं।
वांग घाट :-
तवांग हैंडीक्राफ्ट का सेंटर है, यहां आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र है तवांग मोनेस्ट्री जो भारत में सबसे बड़ी बौद्ध मोनेस्ट्री है। इसी के साथ तवांग में पहाड़ और झील की खूबसूरती का लुत्फ भी उठाया जा सकता है.