जल्द ही आपका स्मार्टफोन महज तीन सेकंड में पूरी तरह से चार्ज हो जाएगा और इससे बड़ी बात यह है कि एक बार चार्ज करने के बाद आपको अपना स्मार्टफोन एक हफ्ते तक चार्ज करने की जरूरत नहीं रहेगी। यह खबर उन स्मार्टफोन यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है जो बार-बार मोबाइल चार्जिग की समस्या से जूझते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों की एक टीम इस तकनीक पर काम कर रही है और 18 माह के अंदर आप इस नई खोज का लाभ उठा सकेंगे। जो टीम इस तकनीक पर काम कर रही है, उसमें भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक भी शामिल हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों के उस रिसर्च की बदौलत जिसमें वे एक ऐसे सुपरकैपेसिटर पर काम कर रहे हैं, जिसमें द्विआयामी पदार्थ का इस्तेमाल किया जाएगा।
आयामी पदार्थों में ऊ$र्जा को स्टोर करने और उसे संरक्षित रखने की क्षमता बहुत ज्यादा होती है, इस बात को वैज्ञानिक पहले से ही जान-समझ रहे थे लेकिन बतौर बैटरी इनका इस्तेमाल कैसे हो, ये टीम उसी दिशा में आगे बढ़ रही है।
आजकल के फोन में बैटरी लिथियम-आयन की होती है, जिसे 1500 से भी काम बार चार्ज किया जा सकता है। इसके बाद इन बैटरियों का दम निकल जाता है। नई तकनीक से जो बैटरी बनेगी, उसे 3000 बार चार्ज किया जा सकेगा।