नई दिल्ली। भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक विप्रो ने अपने इकोएनर्जी विभाग की बिक्री पूरी कर ली है। यह बिक्री सात करोड़ डॉलर में की गई है।
पिछले साल नवंबर में विप्रो ने कहा था कि वह अपने इकोएनर्जी विभाग को सात करोड़ डॉलर में कब्ब अल्बा कंट्रोल सिस्टम्स को बेचेगी ताकि वह सिर्फ सूचना प्रौद्योगिकी कारोबार पर ध्यान दे।
बंबई शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया विप्रो ने इकोएनर्जी विभाग को बेचने का काम एक मार्च 2017 को पूरा कर लिया गया है। इस बिक्री का प्रभाव विप्रो के तिमाही आंकड़ों और वित्त वर्ष के खत्म होने पर संपूर्ण आंकड़ों में दिखने की संभावना है।
काग्निजैंट ने किया जापान की ‘ब्रलियंट सर्विस’ का अधिग्रहण
सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएं देने वाली कंपनी काग्निजैंट ने जापान की ब्रिलियंट सर्विस कंपनी का अधिग्रहण कर लिया है, हालांकि इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया गया है।
कंपनी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इस अधिग्रहण के तहत डिजिटल सेल्यूशन्स की गहन जानकारी के साथ ही जापान के बाजार की जानकारी रखने वाला 70 पेशेवर काग्निजैंट से जुड़ेंगे।
ब्रिलियंट का मुख्यालय ओसाका में है। कंपनी के पास डिजिटल रणनीति, उत्पाद डिजाइन एवं इंजीनियरिंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स इत्यादि क्षेत्रों की विशेषज्ञता है।